आज का विचार

जो भरा नहीं है भावों से, बहती जिसमे रसधार नहीं वो ह्रदय नहीं वह पत्थर है, जिसमे स्वदेश का प्यार नहीं

शुक्रवार, 26 फ़रवरी 2010

जिंदगी जब तक रहेगी फुर्सत ना मिलेगी काम से !

कुछ तो समय ऐसा निकालो प्यार करो भगवान् से

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें