आज का विचार

जो भरा नहीं है भावों से, बहती जिसमे रसधार नहीं वो ह्रदय नहीं वह पत्थर है, जिसमे स्वदेश का प्यार नहीं

सोमवार, 1 मार्च 2010

जीवन में रंगों के मायने

मानव जीवन प्रकृति की दी गयी अनमोल देन है और हमारा संपूर्ण जीवन विभिन्न रंगों के परस्पर सामंजस्य से सराबोर होता है | होली एक ऐसा ही त्यौहार है जिसमे मानव जीवन के विभिन्न रंगों का समवेश होता है और प्रत्येक रंग अपने अर्थ की व्याख्या करते है |
रंगों को धारण करना वास्तव में प्रकृति से जुड़ना है |
पीला और वसंती रंग एक ओर जहाँ हमें वसंत के फूलो से तदात्य्म बनाने में सहायक होता है तो हरा रंग हरी हरी पत्तियों से | नीला रंग आसमान का प्रतिक होता है तो लाल रंग सुबह शाम की लालिमा को दर्शाता है |

होली की शुभकामनाये
अजीत झा

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